सुट्टे की औकात की बिहारी शिक्षा

शिक्षा ही वह ताकतवर हथियार है जिसके दम पर आप पूरी दुनिया बदल सकते हैं---नेलसन मंडेला।
गुजरात से बिहारियों को भगाया जा रहा है!! हाँ-हाँ युपी वालों को भी, भाई हो तुम हमारे कैसे भूल सकते हैं बे तुमको !!
बिहार में शिक्षा की हालत क्या है ??ये आप सब "नहीं" जानते हैं! जी हां आप सब नहीं जानते हैं।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में बिहार का बजट आया है 1,76,990 करोड़ (1 लाख करोड़=1 ट्रिलियन=1 पर 12 जीरो=10 खरब रुपये) जिसमे से 32,116 करोड़ रुपये हमारी शिक्षा पे खर्च होंगे। बिहार की आबादी पता है ना आपको ?? चलिए 2011 में हम 10 करोड़ के आसपास थे और वर्तमान में 3.4 हमारी प्रजनन दर है और प्रत्येक साल हम लगभग 25-30 लाख नए बिहारी इ गोला पे उतार देते हैं गुजरात में मजदूरी करने के लिए। इस हिसाब से 7 साल में 25 लाख के हिसाब से भी 1,75,00,000 अब तक उतार चुके है।छोड़िये 10 करोड़ ही लेके चलते हैं ।इस हिसाब से हम 33000 करोड़ के हिसाब से 10 करोड़ बिहारी पर खर्च करते है तो प्रत्येक बिहारी के हिस्से में 3300 रुपये आता है।
ऐ भैया 3300 का तो हमरे चचा सुरती लेटा के थूक देते है और हमार सरकार तो पूरा भविष्य बना रही है एक बिहारी का 3300 रुपये में।
हाँ मानते हैं कि बुढ़वा सब थोड़े ही पढ़ता है तो ठीक जैसे कि हमारे आदरणीय मोदी जी(गुजरात वाले) कहते हैं,"मितरों हमारा देश भारत 65 प्रतिशत आबादी वाला दुनिया का सबसे युवा देश है, है या नहीं है??है या नही है??
"है" मतलब 6.5 करोड़ बिहारी को पढ़ाने के लिए 33,000 करोड़ में प्रत्येक बिहारी युवा को 5076 रुपये मिलता है!! नीतीश चचा इतना का तो एक बिहारी अब भी दारू पी लेता है(शराबबंदी लागू है)।
इस 33000 करोड़ में से 14000 करोड़ सर्व शिक्षा अभियान पे खर्च होता है और 10000 करोड़ तो अकेले माल्या लेके भाग गया जनाब!!
3000 करोड़ तो हम सरदार पटेल की मूर्ति बनाने पे ख़र्च कर दिए?? हमे नही लगता कि पटेल जी के लिए उन गरीब बच्चे के एलिमेंट्री एजुकेशन से ज्यादा अपने लिए 9 लाख का कुर्ता ज़रूरी होता???
देश व बिहार में ज़रूरी क्या है?? पुरे बिहार का बजट है एक साल का 1,76,990 करोड़ का और हम 1,10,000 करोड़ का तो केवल बुलेट ट्रेन चलवाएंगे। चलिए कुछ इसका भी हाल देखते हैं!!एक बुलेट ट्रेन अगर 2022 तक दौर जाएगी तो एक ट्रेन में पूरी बॉगी भर जाने के बाद(ऐसे दुरंतो अब भी खाली रहती है) अधिकतम 1600 लोग बैठेंगे और अगर दिन में 2 चक्कर लगाती है तो हुआ एक दिन में 3200 लोग सफर करते हैं और एक साल में (अगर लीप वर्ष हुआ तो) 11,71,200 लोग सफर करेंगे। इस हिसाब से 10,00,00,00,00,000÷11,71,200=8,53,825 रुपये एक व्यक्ति पर एक साल में (I have not added the operating cost to run THE BULLET train daily) और एक बिहारी पर 3300 और युवा बिहारी पर 5076 रुपये खर्च करते हैं!!
Let be spread some positive regionalism not Gujrat type regionalism.
मैं उत्तर बिहार से हूँ जिसमे कुछ दिन पहले सिर्फ एक स्टेट गवर्नमेंट की यूनिवर्सिटी थी भूपेंद्र नारायण मंडल यूनिवर्सिटी(भुप्पू मंडल) जिसके अंदर इस छेत्र के कम से कम 7 जिलों के कई सौ डिग्री कॉलेज आते थे। 2017 में इस यूनिवर्सिटी की 800 करोड़ के लगभग की बजट बनी(वो भी समय पे नहीं मिल पाता है) और इस 7 जिलों की कुल आबादी 2011 के अनुसार 1,62,00,000 है ।इस हिसाब से 8,00,00,00,000/1,62,00,000 में प्रत्येक इस छेत्र के बिहारी को एक साल में 493 रुपये और कुछ पैसे लेमनचूस(चॉक्लेट) खाने के लिए मिलते हैं
एक सिगरेट की कीमत अगर 10 रुपये है तो हम अगर प्रत्येक दिन एक भी पीते है(ऐसा नही है पीने वाले एक दिन में 4-5 से ज्यादा ही पीते हैं) तो एक साल में 365 और इस हिसाब से 3650 रुपये तो हम धुआं में उड़ा देते हैं। इसलिए ये तो सुट्टे की औकात की भी एजुकेशन हमे नही दे रही है सरकार।
एक बिहारी किताब की दुकान पर,"सर एक HC Verma और एक जिस्ता कॉपी(वजन के हिसाब से सादे पन्ने) और कुछ पेन दीजिये।कितना हुआ चचा??बेटा 593 रुपये।
बहुते गरीब हो बे तुम!! रे बिहारिया खून नहीं खोलता है रे तेरा?? चचा सब के सब ठग रहे है तुमको !   तुम सुरति/खैनी लटाते रह जाओगे और तुम्हे यूँही गुजरात और एक दिन देश से भगाया जाएगा अवैध घोषित करके!!
एक पूरा का पूरा दूसरा देश बनाया जा रहा है न्यू इंडिया के नाम पर, असमानता की इतनी बड़ी खाई बन जाएगी कि पाट (गैप फिलिंग) नहीं पाओगे।
ऐ बिहारी चचा उठिये न अब बहुत हुआ कुछ कीजिये यहां पे राजनीति के नाम पर आपकी पूरी की पूरी नस्ल बर्बाद की जा रही है। आगे की नस्लें आपसे सवाल करेगी तो क्या जवाब दीजियेगा??
"सच है सत्ता सिमट-सिमट, जिनके हाथों में आई
शांतिभक्त वो साधु पुरुष, क्यों चाहे कभी लड़ाई""--रामधारी सिंह"दिनकर"।
तो सवाल आपहिं को करना है आखिर ये घटिया मजाक हमारे ही साथ क्यों हो रहा है??
......आगे जारी है......
नोट::सोर्सेज बेस्ड ऑन गवर्नमेंट वेबसाइट एंड सम न्यूज़ आर्टिकल्स। कैलकुलेशन अपना है और हां कुछ गलती हो सकती है गुना भाग करने में।
भाषा कुछ इनफॉर्मल है !!क्षमा।।
>>>नीतिश कुमार
एक बिहारी आप हीं के तरह।।

Comments

  1. Bahut satik vishleshan ... Pr kuchh acchaiya bhi hai ... Unhe dikhaiye

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  2. Dear nitish kumar your bloug is besed on tolilly political views but this is good but
    I think according to me reform in the education system of bihar firstly join the skill teacher in government school and ek bat or chang the political system 2019 or 2020

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  3. आने वाली नस्लें तुम पर नाज़ करेंगी हम अशरों,
    जब उन्हें ये ध्यान आएगा कि तुमने नीतीश को देखा था,

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  4. Well articulated and writing style is impressive... Keep it up...

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