दिल्ली डायरीज: सेवंथ

रात को दो बजने वाले हैं। पंखे की घनघनाने की आवाज के बावजूद गली में दूर से कहीं कुत्ते की भौकने की आवाज आ रही है। हम हमेशा कुत्ते का भौंकना क्यों कहते हैं? ऐसा क्यों नहीं कहते कि कुत्ते की बोलने की आवाज आ रही है।

दिन भर हम कितने ही काम करते हैं। किसी से झल्ला के बात करता हूँ। किसी के प्रति मन में द्वेष रख लाता हूँ। किसी के प्रति पूर्वाग्रह पाल लेता हूँ। हर दिन कोशिश रहती है कि इन सबको कम से कम रखूं। किसी से झल्ला के बात न करूं। किसी को कभी मदद पहुंचाने में कोई कमी न छोड़ूँ। हम कितना ही कर पाते हैं ऐसा? रात को जब बिस्तर पर आता हूँ तो दिन भर की गलतियों का एहसास होने लगता है। लगता है कल सुबह का सबसे पहला काम उस व्यक्ति से माफी मांगना जिससे कल गुस्सा से बात कर लिया या जिसे कल मिसअंडरस्टुड कर लिया या उस पूर्वाग्रह को कम करना जो किसी के प्रति अपने मन में पाले रखा हूँ। 


इस समय अनेक लोगों से, खासकर नए लोगों से बेहद मिलना हो रहा है। प्रत्येक व्यक्ति अपने फिक्स्ड सेट ऑफ माइंड में रहता है। मुझे हमेशा लगता है कि मौन और बातचीत में क्या चुनना चाहिए? जितना मुझे मौन खूबसूरत लगता है उतना ही सूथिंग बातचीत करना होता है। बातचीत की प्रक्रिया तब बहुत ही ज्यादा आसान हो जाती है जब हम एक ही स्टेट ऑफ माइंड में रहते हों। लेकिन ऐसे लोगों से बात करना जिनके विचार आपसे बिल्कुल न मिलते हों, वहाँ मौन विचारों की रिजिडनेस को दबाकर बातचीत को फेसीलियट करने में बेहद काम आ सकता है। मेरी सबसे बड़ी समस्या यही रही है कि मैं क्या लिख रहा हूँ, मुझे कुछ पता ही नहीं चलता है।

कुत्ता अब बोलना बंद कर चुका है और मैं पीठ के सहारे दीवार में टिक गया हूँ। कभी-कभी सुबह के पाँच बज जाते थे फिर भी नींद नहीं आती थी। आजकल सबकुछ फिर भी पहले से ठीक है। थोड़ा बहुत। कोविड के बढ़ते केसेस ने फिर से यूनिवर्सिटी खुलने के सारे उम्मीदों पर पानी फेर दिया। जेएनयू का दाखिला और इस ऑनलाइन मोड ऑफ अन-एजुकेशन ने हम सभी का सोल ही नष्ट कर रहा है। इतने टफ समय में सरकार बिल्कुल हमारे विपरीत लगती है। झूठ, छल-कपट, इस सरकार की सबसे बड़ी खूबी है। टैगोर बिल्कुल सही थे जब वो कहते थे कि नेशन स्टेट एक मैकेनिकल यूनिट है। इस यूनिट में कभी भी प्रेम-सहयोग-करूणा की भावना का खोजना मुश्किल है। यहाँ ग्रीड और पावर है। आखिर कौन होगा जो 'स्पृचुअल समिट' को लीड करेगा जहाँ पर सोल की बात होगी?

06/04/2021

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